मैं चकित हो उठती हूँ सोच
आखिर वह कौन सी शक्ति है
आखिर वह कौन सी शक्ति है
जो अविवेकी बातों पर विश्वास
करने का कारण बनती है|
दिलाती है एह्साह
और तुम उससे कोई
दिलाती है एह्साह
और तुम उससे कोई
प्रेरणा पाकर
जुट जाते हो ....साहस जुटाते हो
नियति को भी बदल देते हो
जाते हो उद्यत ....
गुत्थियों को हल करते जाते हो ,
कौन जाने यह अतार्किक है
या फिर सोचा समझा उपक्रम
या फिर सोचा समझा उपक्रम
यह तो एक रहस्य ..
पर हम सब करते है एक विश्वाश
किसी न किसी पर
एक अनोखा, अजीब
जिसे हम शायद कह सकते है
अँधा विश्वाश |
__________________________________________
Blind Faith
http://jyotimi.blogspot.com/2011/09/blind-faith.html
__________________________________________
पर विश्वास तो अंधा ही होता है, इसीलिये कई बार टूटता भी है।
ReplyDeleteसकारात्मक विश्वास कई बार अनहोनी को होनी में भी बदल देता है, और अन्धविश्वास नैया डुबो भी देता है.
ReplyDeleteभवानी शंकरौ वन्दे श्रद्धा विश्वास रुपिनौ
ReplyDeleteश्रद्धा भवानी है शक्ति है,विश्वास शंकर है,शिव है ,कल्याणकारी है.
किसी भी सद् कार्य को करने के लिए श्रद्धा की परम आवश्यकता है.
श्रद्धा से सद् कार्य करते हुए जो सद् ज्ञान और अनुभव प्राप्त होता है उससे ही सद् कार्य करने में विश्वास आता है.यह विश्वास कल्याणकारी 'शिव' है.
अंध श्रद्धा और अंध विश्वास अज्ञान जनित विवेकहीनता का परिणाम
हैं.जिसमें अधिकतर धोखा ही मिलता है.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.
आप मेरे ब्लॉग पर अभी तक क्यूँ नहीं आयीं,ज्योति जी.
यथार्थ का काव्यमय सुन्दर वैचारिक प्रस्तुतिकरण...
ReplyDeletesare avgunthon ka hal ban jata hai ek rahasya...
ReplyDeletenice one jyoti
ReplyDeletehttp://urvija.parikalpnaa.com/2011/09/blog-post_27.html
ReplyDeletemy gmail id
rasprabha@gmail.com
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार....आप मेरे ब्लॉग पर आप का स्वागत है..
ReplyDeleteसंदेशपरक रचना...
ReplyDeleteBahut sundar rachna...Sarthak prastuti. Badhai swiikaren
ReplyDeleteNeeraj
थोड़ी अमूर्तता (abstract )लिए किन्तु प्रभावशाली -विश्वाश को विश्वास कर लें!
ReplyDelete♥
ReplyDeleteआपको सपरिवार
नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !
-राजेन्द्र स्वर्णकार
सार्थक अभिवयक्ति.....
ReplyDeleteजो विश्वास या अंध विश्वास मनुष्य में सकारात्मक उर्जा का संचार करे,उसे क्रयाशील बनाये,विषमताओं से लड़ने की शक्ति दे....स्तुत्य है...
ReplyDeletegood
ReplyDeleteविश्वास बना रहना चाहिये और बनाये भी रहना चाहिये ........
ReplyDelete