Friday, December 9, 2011

भीड़ में वो चेहरा


जैसे ही आप अपने घर क बहार कदम रखते है, आप बन जाते है एक भीड़ का हिस्सा | जहाँ अनगिनत अनजान लोग एक साथ घूमते है, बसों में , ट्रेन में,  रोड पर...... एक दूसरे के जीवन को बिना छुए न जाने रोज़ कितने ही लोगों से आपका आमना सामना होता है  |
जाने कितने ही ऐसे अनजाने चेहरों से आप मिलते है.... पर आज कल किसी के पास अपने व अपने जानने वालों के अलावा किसी और के बारे न तो सोचने का समय है और न ही इच्छा | 
लेकिन कभी-कभी भीड़ में कुछ ऐसे चेहरों  से सामना होता  है जिसे  भूल पाना आसन नहीं होता |


वो चेहरा, भीड़ में 
सुबकता, अकेला एक कोने में |
कुछ तो गलत हुआ था, उसके साथ |
वो आंसू पोंछते, उसके आंसू भरे हाथ | 
बहुत अजीब था, वो सब देखना 
उससे भी ज्यादा अजीब था, 
उसका यूँ इस तरह, इतना अकेला होना |

उस चेहरे ने मुझे सोचने पर मजबूर किया 
उसका ऐसा बुरा हाल, आखिर ऐसे कैसे हुआ |
वो इस भीड़ में, यूँ अकेला खड़ा, 
जैसे किसी कोने में हो
एक अनचाहा पत्थर पड़ा |


उस चेहरे ने कह डाली, 
उसके पूरे जीवन की कहानी |
जैसे हो एक तस्वीर, 
अनंत कष्ट और परेशानी  |
कौन जाने ??
अभी और क्या-क्या सहना हो,
इन आंसुओं को कब तक ओर बहना हो |

अगले ही पल, में चल पड़ी 
अपनी मंजिल की ओर |
वही रोज़ का काम, 
रोज़ का शोर |
नियमित कामों की दैनिक खुराक, 
मेरी प्रतिष्ठा बनी रहे, 
यही कोशिश, यही फ़िराक |

आज भी, जब में नज़र घुमाती हूं 
अपने चारों ओर, 
ऐसे कितने ही चेहरे पाती हूँ |
अलग कहानी, अलग आधार,
पर वो लगे मुझे, जैसे वो हों सिर्फ
एक ही चीज़ के अनेक प्रकार |
 _________________________________________________________________
Face in the Crowd 
http://jyotimi.blogspot.com/2011/12/face-in-crowd.html
___________________________________________________________________

Share/Bookmark

26 comments:

  1. Your blog is very interesting. I am loving all of the information you are sharing with everyone

    From Great talent

    ReplyDelete
  2. samvedana chu rahi hai shabdon se...

    Dwibhasi kavi mahodaya aap adbhut hain dono bhashaon mein....

    ReplyDelete
  3. बेहतरीन और अदभुत अभिवयक्ति....

    ReplyDelete
  4. दिल को गहरे से छूती संवेदनशील कविता।

    सादर

    ReplyDelete
  5. hmm...amazingly expressed!!!!

    ReplyDelete
  6. Jyoti,

    KISI ANJAAN CHEHRE KE PEERHA KA VARNAN HRIDEY CHHOONE WALI BHAASHAA MEIN KIYAA.

    Take care

    ReplyDelete
  7. ऐसे बहुत से चेहरे और दृश्य सदा को लिये याद रह जाते हैं।

    ReplyDelete
  8. मार्मिक हृदयस्पर्शी प्रस्तुति.
    आपकी कोमल संवेदनाओं को नमन.
    आपकी ज्योति का प्रकाश सर्वत्र फैले,यही दुआ और कामना है मेरी.

    ReplyDelete
  9. इस बेहद मार्मिक हृदयस्पर्शी रचना के लिए आपको बधाई!

    ReplyDelete
  10. गौतम बुद्ध के "सर्वं दुखमयम जगत ' की याद दिलाती और चिंतामग्न करती कविता ..अनुवाद आपने बहुत सहज प्यारा किया है -भावपूर्ण कविता और प्रांजल अनुवाद के लिए साधुवाद ,बधाई !

    ReplyDelete
  11. बहुत अच्छा......

    ReplyDelete
  12. बहुत मर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति... बहुत सुंदर

    ReplyDelete
  13. itni acchi rachna bhot kam log likhte he jisme khubsurati ke sath un logo ka jivan bhi darshaya he jinhe koi dekhta tak nahi.

    ReplyDelete
  14. i cant post on your other blog. My computer gets a script error. This one gives me an error but if i stop running the script at least I can post a comment. Just thought I would let you know :)

    ReplyDelete
  15. ज्योति जी,..बहुत मार्मिक आज का सटीक सार्थक चित्रण,सुंदर रचना बधाई....
    मेरे नए पोस्ट में..आज चली कुछ ऐसी बातें, बातों पर हो जाएँ बातें

    ममता मयी हैं माँ की बातें, शिक्षा देती गुरु की बातें
    अच्छी और बुरी कुछ बातें, है गंभीर बहुत सी बातें
    कभी कभी भरमाती बातें, है इतिहास बनाती बातें
    युगों युगों तक चलती बातें, कुछ होतीं हैं ऎसी बातें

    ReplyDelete
  16. Yeah...some faces leave a mark on our memories..and we can never forget them.

    ReplyDelete
  17. भीड़ में कुछ चेहरे अक्सर ध्यान खिंच ही लेते हैं, मगर व्यस्तताएं भी हावी हो जाती हैं.

    ReplyDelete
  18. एक ही दर्द के अनेक प्रकार. सभी में एक दर्द को देख पाना मानवता का ऊँचा धरातल है. बहुत सुंदर रचना, ज्योति.

    ReplyDelete
  19. बहुत खूबसूरत दर्द को परिभाषित करने में सफल रचना |

    ReplyDelete
  20. बहुत गहराई भरी है पोस्ट में.....आपने कुछ सोचा किसी के लिए ये भी कम नहीं पत्थर के शहर और पत्थर हो चुके इंसानों के बीच.........बहुत पसंद आई पोस्ट..........हैट्स ऑफ इसके लिए|

    अगर वक़्त मिले तो हमारे ब्लॉग पर भी आयें|

    ReplyDelete
  21. एक एहसास को रोंदती कथा कहती कविता .

    ReplyDelete
  22. बहुत सुन्दरता से आपने दर्द को शब्दों में पिरोया है! दिल को छू गई हर एक पंक्तियाँ!

    ReplyDelete
  23. hey hi...really heart touching photo. i think people should go through that. Thank you for sharing.


    MBA Placement Colleges

    ReplyDelete
  24. both ur blogs the eng one n hindi one....are simply amazing ....with the most elegant flow of thoughts!:)

    ReplyDelete